Balodabazar हिंसा के मुख्य साजिशकर्ता सहित चार आरोपित गिरफ्तार, भड़काउ भाषण देकर लोगों को किया था इकट्ठा
Balodabazar : छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार के कलेक्ट्रेट में तोड़फोड़ व आगजनी को अंजाम देने वाले आरोपितों के विरूद्ध लगातार कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने बलौदाबाजार हिंसा के मुख्य साजिशकर्ता सहित चार आरापितों को गिरफ्तार किया है। वहीं इस मामले में 163 आरोपितों की गिरफ्तारी पहले ही की जा चुकी है।
जानकारी के मुताबिक 10 जून को बलौदाबाजार में आयोजित धरना-प्रदर्शन में शामिल लोगों द्वारा आक्रोशित होकर पुलिस बल के साथ झूमाझपटी, पत्थर बाजी, मारपीट करते हुए संयुक्त कार्यालय परिसर में तोड़फोड़ किया था। वहां खड़े वाहनों में तोड़फोड़ करते हुए आग के हवाले कर दिया था। तोड़फोड़ व आगजनी करने वाले आरोपितों और उपद्रवी तत्वों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की अलग-अलग टीम बनाकर संभावित स्थलों में लगातार दबिश दी जा रही है।
प्रकरण में शामिल अन्य आरोपियों की पहचान वीडियो, फोटो, सीसीटीवी फुटेज व अन्य तकनीकी विश्लेषण के आधार पर की जा रही है। पुलिस ने धरना प्रदर्शन का आयोजन करने, संपूर्ण कार्यक्रम की रणनीति बनाने, पत्थरबाजी करने व तोड़फोड़ में शामिल आरोपितों का चिन्हांन कर उनकी गिरफ्तारी को प्राथमिकता के आधार पर लिया है।
पुलिस ने इन आरोपितों को किया गिरफ्तार
गिरफ्तार आरोपितों में कोमल संभाकर निवासी शुभ ऑटो पार्ट्स जैतखाम के पास सिहावा रोड धमतरी जिला धमतरी, दिनेश कुमार बंजारे उम्र 48 साल निवासी रमनटोला मचवा भाटा केंद्री विद्यालय के पास महासमुंद, विजय कुमार बंजारे उम्र 44 निवासी कन्हार पूरी थाना भीमखोज खल्लारी, मोहन लाल बंजारे उम्र 50 साल निवासी ग्राम हरिनभट्ठा थाना गिधपुरी व बालसमुंद रोड वार्ड नंबर 12 पलारी शामिल हैं।
संचालक के रूप में भड़काउ भाषण देने वालों को किया था आमंत्रित
पुलिस के अनुसार, मुख्य साजिशकर्ता मोहन बंजारे ने संपूर्ण आंदोलन में मंच संचालक का काम किया था। धरना प्रदर्शन की रणनीति बनाकर एक आदतन साजिशकर्ता की भांति दीगर जिलों से लोगों को बलौदाबाजार धरना प्रदर्शन में शामिल होने के लिए उकसाकर, भड़काते हुए अधिक से अधिक संख्या में आने के लिए तैयार किया था।
Balodabazar हिंसा के मुख्य साजिशकर्ता सहित चार आरोपित गिरफ्तार, भड़काउ भाषण देकर लोगों को किया था इकट्ठा
साथ ही मंच संचालक के रूप में उत्तेजित व भड़काऊ भाषण देने वाले लोगों को मंच में बुलाकर धरना प्रदर्शन में आए लोगों को भड़काने का काम किया था। इससे आक्रोशित हाेकर भीड़ ने कलेक्ट्रेट और परिसर में खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ व आगजनी को अंजाम दिया था।